भारतीय ज्योतिष नक्षत्र विद्या (Bharatiya Jyotish Nakshatra Vidya)
यह पुस्तक भारतीय ज्योतिष के नक्षत्र विद्या पर आधारित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो नक्षत्रों की भूमिका और उनके जीवन पर प्रभाव को विस्तार से समझाती है। इस ग्रंथ को भारतीय विद्या संस्थान, वाराणसी द्वारा प्रकाशित किया गया है, और इसके लेखक डॉ. सच्चिदानन्द मिश्र हैं, जबकि संपादक के रूप में डॉ. शिवकान्त मिश्र का योगदान है।
पुस्तक 624 पृष्ठों के साथ हार्डकवर संस्करण में उपलब्ध है और संस्कृत एवं हिन्दी भाषाओं में इसे पढ़ा जा सकता है। इस पुस्तक में नक्षत्रों के प्रकार और उनके प्रभाव को विशेष रूप से समझाया गया है, जो भारतीय ज्योतिष शास्त्र का एक अभिन्न हिस्सा हैं।
प्रमुख विषय:
-
भारतीय ज्योतिष: इस पुस्तक में भारतीय ज्योतिष की पुरानी परंपराओं और सिद्धांतों का विस्तृत वर्णन है, जिसमें नक्षत्रों का महत्व प्रमुख है।
-
नक्षत्र विद्या: नक्षत्रों की विद्या को समझने के लिए पुस्तक में उनके महत्व और प्रभावों को विस्तार से बताया गया है। नक्षत्रों के आधार पर जीवन के विभिन्न पहलुओं की भविष्यवाणी की जाती है, जैसे स्वास्थ्य, धन, विवाह आदि।
-
नक्षत्रों की भूमिका: प्रत्येक नक्षत्र का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इस पुस्तक में नक्षत्रों की भूमिका को समझते हुए उनके प्रभावों को जीवन में लागू करने के तरीके बताए गए हैं।
-
नक्षत्रों का प्रभाव: यह पुस्तक बताती है कि नक्षत्रों का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और किस प्रकार नक्षत्रों के प्रभाव को समझकर जीवन में सही दिशा निर्धारित की जा सकती है।
-
नक्षत्रों के प्रकार: नक्षत्रों के विभिन्न प्रकारों का वर्णन किया गया है, जो प्रत्येक व्यक्ति के जन्मकुंडली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन नक्षत्रों के माध्यम से व्यक्ति के भाग्य, स्वभाव, और जीवन के महत्वपूर्ण घटनाओं की भविष्यवाणी की जाती है।
Reviews
There are no reviews yet.