ज्योतिष शास्त्र के तीन मुख्य अंग है – १. गणित २. संहिता ३. होरा गणित भाग विज्ञानं है l संहिता से देश, मौसम, भूकंप, बाढ़ आदि के सम्बन्ध में अध्ययन किया जाता है l होरा से फलादेश किया जाता है l फलादेश पर निम्न बातो का ध्यान देना चाहिए – १. लग्न का बल देखे l २.सूर्य बल गणना एवं डिग्री नोट करे l ३. चंद्र बल की गणना एवं डिग्री देखे l ४. ग्रह बल की गणना करे l ५. गोचर पर ध्यान दे ६. अष्टक वर्ग की गणना करे l ज्योतिष शास्त्र में वर्गीय कुंडलियों का विश्लेषण किया गया है तथा अनेको उदाहरण देकर विषय –वस्तु को सरल ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है l
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