Vedic Nakshatra jyotish
नक्षत्र दशा। विंशोत्तरी दशा । नक्षत्र व लग्न संयुक्त दशा । प्रथम रजोदर्शन नक्षत्र से शुभाशुभ। जन्म नक्षत्र में ग्रहण। ग्रहण शान्ति । नक्षत्र शान्ति । सब ग्रहों के यन्त्र। सर्वग्रह शान्तिविधान। सर्वग्रह साधारण शान्ति । ग्रहों के मन्त्र। वर्षा ऋतु में वर्षा ज्ञान। त्रिनाड़ी चक्र से वर्षा। रोहिणी चक्र से वर्षा। नक्षत्रों द्वारा तेजी-मन्दी । नक्षत्र संहिता। सर्वतोभद्र चक्रः पृथक नक्षत्र वेधफल। कूर्मचक्र । नक्षत्रों के पदार्थ । नक्षत्र से आयु ज्ञान की विधियाँ। नक्षत्र कालचक्रायु ।
नक्षत्र वास्तु । गृह नक्षत्र। नापने की विधि। गृह नक्षत्र से शुभाशुभ । आय साधन । भूमिपूजन नक्षत्र । वृष वास्तु । कूर्मवास। नक्षत्र व अष्टक वर्ग । नक्षत्र विशेष में गृहारम्भ। घर का शुभाशुभ अन्य विधि। ईंटों का शुभाशुभ। नक्षत्र नाड़ी मुहूर्त। नक्षत्रों का विलक्षण संसार। कभी न छिपने वाले तारे। राजानहुषः अगस्त्य शाप। एक और धाय। तारों का रंग बदलता है। अगस्त्य ने समुद्र पी लिया। विश्वामित्र के यजमानः त्रिशंकु । कालियनागमर्दन। क्या बिच्छू ने मृग को काटा। तेरहवीं राशि । विवेचन । वैतरणी नदी।
Reviews
There are no reviews yet.