विदयाधन सर्वदनाल प्रधाना प्राचीन समय में उस युग के मशाल वाहक द्वारा स्थापित गुरुकुलों की स्थापना की गई थी और हमारे महान देश में छात्रों और पूर्व छात्रों द्वारा शिक्षा प्रदान की गई थी। उन काल और यु में, छात्रों को शिक्षकों के घर पर रहने और शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता थी।
योग्य और अनुभवी शिक्षर्को द्वारा वेद, ज्योतिष, अर्थ-शास्त्र, युद्ध कला, मार्शल आर्ट आदि जैसी कई शाखाओं में कई विज्ञानों के विषय पढ़ाए जाते थे, इस आधुनिक दुनिया में आज हम किस मंच पर खड़े हैं।
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