Shakti Kunj
Publication: Alpha Publication
शक्ति कुञ्ज भक्ति भावना का त्रिभुज मोहन, भव्य भुवन है जो परमेश्वरी पराम्बा, जगतजननी, जगदम्बा के परम पदपंकज के प्रसादामृत से परिपूरित प्रेरणा प्रदायक प्रभूर्त पथ एवं प्राञ्जल प्राशीष है। शक्ति कुञ्ज भाव और भक्ति साधना और शक्ति, प्लावित प्रथम, मध्यम और उत्त्तर चरित्र से सुभोभित भव्य त्रिभुज मोहन दिव्य सौन्दर्य से प्रार्थना से सुसज्जित सुगठित संगठित सुनियोजित, सुरुचिपूर्ण, सारस्वत, शाश्वत साधना का स्वर्णिम शक्ति सेतु है जो तेरह मणिमण्डित स्तम्भों पर आधारित सात सौ रत्नजटिल स्वर्ण सोपानों से निर्मित है, जिसमें आदिशक्ति, महाशक्ति, पराम्बा, परमेश्वरी, जगदीश्वरी, जगतजननी, के परम पावन पुनीत पवित्र प्राञ्जल चरित्र का सघन संज्ञान तथा विपुल अनुक्रम्पा प्राप्ति के निमित्त संपादित सुनियोजित किये जाने वाले अनुपम प्रायोगिक व्यावहारिक नैमित्तिक अनुष्ठान के सविधि आयोजन के विशिष्ट प्रावधान का सम्यक् विश्लेषण विवेचन का आख्यान व्याख्यान विधि विधान सहित व्यवस्थित आविष्ठित है।
शक्ति कुञ्ज 16 अध्यायों में विवेचन एवं व्याख्यायित है जिसे मोक्ष प्रदायिनी श्री दुर्गासप्तशती के प्रसाद प्रबन्ध की विस्तृत विवेचना के साथ साथ नैमित्तिक साधनाओं के विभिन्न पक्षों पर केन्द्रित किया गया है। श्री दुर्गासप्तशती भू लोकवासियों की मनोकामनाओं एवं सम्यक् अभिलाषाओं की सम्पूर्ति एवं संसिद्धि हेतु माता जगदम्बा का अनुपम वरदान है, जो मानव समाज को प्रसादमृत रूप में उपलब्ध है।
Reviews
There are no reviews yet.