यह पुस्तक ज्योतिष के छात्रों और चिकित्यकों को ज्योतिष ज्ञान का “पचाने” और इसे गहराई से समझने और इसे अपने दैनिक अभ्यास में लागू करने में मदद करने के इरादे से लिखी गई है। इसीलिये मैंने इस पुस्तक का नाम ‘सरल ज्योतिष’ रखा है। मैंने वैदिक ज्योतिष की अवधारणाओं को सरलीकृत किया है, ताकि सम-हजयने में आसानी हो। उदाहरण के लिए बाधक, केन्द्राधिपति दोष और पुष्करनवांश इत्यादि। इस पुस्तक में ज्योतिष के चौदह मूलभूत सिद्धान्तों को खोजकर, परिभाषित किया गया है। यह सिद्धांत सदियों पुराने शास्त्रें पर आधारित हैं। इन सिद्धांतों के अर्थों को गहराई से समझाया उनका विश्लेषण किया गया है और फिर शब्दों के अर्थ को सरलता से समझाने के लिए उदाहरण सहित प्रस्तुत किये गये हैं। मेरा मानना है कि ये 14 सिद्धांत सही भविष्यवाणी करने के लिए मौलिक आधार हैं। मुझे ये आशा है कि यह पुस्तक शुरूआती और पेशेवर ज्योतिषयों के कौशल को भविष्यवाणी करने में और अधिक सहायक होगी।
Reviews
There are no reviews yet.