Santati Vichar
पुस्तक के बारे में
वंश वृद्धि हेतु संतान का होना भारतीय दर्शन में महत्वपूर्ण विचार है । जीवनकाल तथा मरणोपरान्त संतान द्वारा अनेक संस्कार किये जाते हैं । उपरोक्त पुस्तक में योग्य व प्रतिभावान संतान प्राप्ति हेतु ऋतु स्नान से लेकर शुभ समय में सहवास, गर्भाधान के बारे में विस्तृत रूप से शास्त्रीय व्याख्या की गई है । इसके अलावा प्रसव काल तथा संतान के जन्म के पश्चात संस्कारों का उल्लेख पुस्तक को महत्वपूर्ण बना देता है । ऋषि-मुनियों द्वारा प्रदत्त महत्वपूर्ण योग्य संतान प्राप्ति हेतु दिये गये सूत्रों को लेखक डॉ० आशुतोष वाजपेयी ने अथक प्रयास से पुस्तक में क्रमबद्ध तरीके से समाहित किया है। आशा है यह पुस्तक योग्य व प्रतिभाशाली भावी पीढ़ी बनाने में सहयोगी होगी ।
लेखक परिचय
डॉ० आशुतोष वाजपेयी ज्योतिष जगत के प्रतिभावान शोधार्थी है । उन्होंने ज्योर्तिविज्ञान विषय में एमए लखनऊ विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी तथा प्रथम स्थान से की है । इसके अलावा वे लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राच्य संस्कृत विभाग में पीएचडी में शोधरत है । उन्हें अनेक सम्मान व उपाधियां ज्योतिष क्षेत्र में प्राप्त हुई है । टाइम्स ऑफ ऐस्ट्रोलॉजी त्रैमासिक पत्रिका द्वारा उन्हें ज्योतिष रत्नाकर, ज्योतिष विशारद, ज्योर्तिभूषण आदि मानद उपाधियां एवं सम्मान प्राप्त हुआ है । इनके ज्योतिष विषयक दो शोध पत्र भी प्रकाशित हो चुके हैं । इसके अलावा उनके ज्योतिष सम्बन्धित आलेख पत्र-पत्रिकाओं व समाचार पत्रों में निरन्तर प्रकाशित होते रहते हैं ।
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