Prashna Siddhant
यह पुस्तक प्रश्नकुण्डली के विश्लेषण की तकनीक को एक नवीन तथा व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान करती है। किसी प्रश्नकर्ता को इस पुस्तक में वर्णित तकनीक के प्रयोग से लगभग सभी सामान्य और यहां तक कि कुछ असामान्य प्रश्नों के उत्तर भी मिल जाएंगे। इस चिर-प्रतीक्षित कार्य में निम्नलिखित विषय सम्मिलित हें; * प्रश्नकुण्डली के लिए प्रासंगिक वैदिक ज्योतिष के मूल सिद्धान्त। « वैदिक ज्योतिष के विशुद्ध नियमों का उल्लंघन किए बिना उपयुक्त, संशोधित तथा परिष्कृत रूप में ताजिक योगों का उदारता से उपयोग। *« स्वास्थ्य, रोग की प्रकृति और स्वास्थ्य-लाभ होने की सम्भावना से सम्बन्धित प्रश्न। * गुमशुदा व्यक्ति अथवा यात्री की कुशलता, उसकी सम्भावित वापसी अथवा उसके साथ हुई कोई अप्रिय घटना आदि के प्रश्न।
* चोरी, खोई हुई वस्तु, चोर की पहचान, चुराई गई वस्तु की वर्तमान स्थिति (लोकेशन), खोई हुई वस्तु के पुनः वापिस मिलने की सम्भावना आदि से सम्बन्धित प्रश्न। * विवाह, सम्बन्ध, विवाह में विलम्ब अथवा विवाह का न होना, बांझपन, गर्भावस्था, सन्तानोत्पत्ति में विलम्ब अथवा सन््तान का न होना, बच्चों की क्षति, यमज सन््तान का जन्म आदि के प्रश्न। « करियर, अदालती मामले, मुकदमेबाजी तथा इसी प्रकार के प्रश्न। « वे विभिन्न प्रश्न जिनको किसी अन्य अध्याय में सम्मिलित नहीं किया जा सकता था, उनके लिए एक अलग अध्याय लिखा गया है। * पुस्तक में लेखक के विस्तृत अनुभव. पर आधारित अनेक वास्तविक उदाहरणों को दिया गया है।
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