जन्म से मृत्यु तक समस्त व्यक्तियों पर गृह नक्षत्रों का भोत अधक प्रभाव पड़ता है | सम्पूर्ण चराचर जगत में ऐसा कोई प्राणी नही हो सकता जिस पर ग्रहो का प्रभाव न पड़ता हो | अनेक अवसरों पर कुछ व्यक्तियों को को काम प्रयासों से अपेक्षा से अधिक की प्राप्ति हो जाती है और कुछ व्यक्ति ऐसे होते है जिन्हें अथक श्रम के उपरान्त भी उतना कुछ नही मिल पाता जितने की वह अपेक्षा करते है | ऐसे अवसरों पर अधिकांश व्यक्ति इसे भाग्य का चमत्कार अथवा भाग्य की मर समझ बैठते है | भाग्य की अपनी एक अलग भूमिका हो सकती है किन्तु व्यक्ति के जीवन में आने वाले उत्तर चढ़ाव ग्रहों से ही प्रेरित होते है | ग्रहों की दशा महादशा में अनेक जातकों को अपेक्षा से कहीं अधिक की प्राप्ति हो जाती है तो दूसरी तरफ राजा समान सुख भोगने वाला व्यक्ति गवां बैठता है | यही ग्रहों का प्रभाव है और यही चमत्कार है |
प्राचीन काल से ही दुःख के साथ सुख तथा समस्या के साथ समाधान का विशन बना हुआ है | यह स्थिति ग्रहों के परिपेक्ष में ही देखने को मिलती है | प्राचीन काल से विद्वान ऋषि मुनियों एवं दैवज्ञ ज्ञानियों में ऐसे उपाय बताये है जिनके प्रयोग से ग्रहों की शुभ दशा को बल देकर प्राप्त होने वाले अच्छे फल में वृद्धि की जा सकती है तथा गृह यदि पीड़ा दे रहे है तो विभिन्न उपायों के द्वारा पीड़ा से मुक्ति भी प्राप्त की जा सकती है अथवा पीड़ा के प्रभाव को कम किया जा सकता है |
नवग्रह दर्पण एक ऐसी पुस्तक है जिसमे सभी ग्रहों के बारे में गम्भीरता से चर्चा की गयी है, साथ ही ऐसे उपायों के बारे बताया गया है जिनका प्रयोग करने से गृह पीड़ा से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है | वर्तमान में अधिकांश व्यक्ति विभिन्न प्रकार की पिड़यों से कष्ट भोग रहे है, ऐसे समस्त व्यक्तियों के लिए नवग्रह दर्पण अत्यन्त उपयोगी पुस्तक सिद्ध होगी | मेरा विश्वास है की अपने यदि पूर्ण आस्था एवं विश्वास के साथ क साथ इन उपायों का प्रयोग किया तो निश्चित रूप से गृह पीड़ा में कमी आयेगी अथवा पीड़ा से मुक्ति प्राप्त होगी | साथ ही ग्रहों के इतने शुभ फल प्राप्त होंगे की आपका जीवन खुशियों से भर जायेगा |
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