पुस्तक के बारे में लम्बं ममय की प्रतिक्षा ऊं बाद मेदिनी ज्योतिष की यह पुस्तक आखिर आ ही गई। इस विषय पर यह एक सर्वश्रेष्ठ कृति है। इस वैश्वीकृत दुनिया में यब परस्पर इम कदर जुहं हुए कि एक-दृयरे म प्रभावित न हों. ऐसा हो ही नहीं सकता। आर यही कारण है कि मेदिनी ज्योतिष म राहरे उतरने को आवश्यकता है; नयो शोधों का सामने लेकर आने की जरूरत है । प्तन् 1008 म यूएसए. में आई भारी वितीय विपदा कं ठप्तारण विशव कं कर्ड राष्ट्र। पर इस कदर गहरा असर पहा कि पूरे विश्व में लाखों जिन्दनियों हसरतें कृप्रभावित हूई। डिन्दूज्योद्गतषियंबॉं ने कई बार अपनी सटीक भविध्यवाणिया कं माध्यम रने ऐसी घटनाओं कं ब्रारे में समय रने काकी पहले ही संर्कत द कर चेताया हैं । मदिनी ज्योतिष केवल राजनेत्ताअंग्रे कं उत्थान व पान की भविष्यवाणियाँ तक ही सीमित नहीं डै।
इसकी सोमा अनंत व अगाध हैं। मीडिया, खास र्तार पर प्रिंट मीडिया ने इस तथ्य को अवसर नज़रअंदाज़ ही किया है। राष्ट्र विशेष या किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति विशेष के सही जन्य समय की उपलब्धता के अभाव में एक योग्य ज्योतिषी भी गलती कर सकता है; और इस आधार यर उस ज्योतिषी को योग्यता क्रो आकना न्यायसंरात नहीं है। समय-समय पर लागू कर परीक्षित की गई कई शानदार तकनीकों को एमएस. मेहता और ए राधिका राव ने अपनी इस पुस्तक में उपलब्द करवाया हैं। हिन्दू ज्योतिष की इन तकनीकी क्रो बार-बार लागूकरकै इनकी खूबसुंती, प्रभावकारिता व सटीकता कौ पाठक स्वयं ही अनुभव करें। स्वर्गीय श्री हरदेव शर्मा शास्वी की कुछ तकनीकी को पहली बार इस पुस्तक में उजागर किया गया हैं। कई गहरी व अनुकरणीय शोधों को यह पुस्तक अध्याय-दर-अध्याय उजागर करती है।
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