ज्योतिषीय उपाय सागर ( एक विहपांम दृष्टिपात ) 1) उपाय- आवश्यकता और रूप-रेखा। 2) कमजोर/ पीडित ग्रहों और इष्ट देवता को पहचाना 3) योना , हस्त-मुद्राएँ और एवयूप्रैशा। 4) काल-सर्प योग और गंड-मूल नक्षत्रा 5) शनि की साड़े-स्राती/ हैया और मापांलिक दोषा 6) रग उपचार. 7) रत्न उपचार । 8) ध्वनि और मंत्र उपचार. 9) मंत्र संग्रह । 10. तंत्रा 1 1. यन्त्र: 12. रुद्राक्षा 13. स्नान, जान, ताप और यज्ञा 14. पूर्व-जन्म के शाप और उपाया 1 5. लहु-किताब और उपाया लेखक के को में लेखक इंडियन स्कूल आँफ माइंस (अब आईआईटी. ) धनबाद से माइनिपे। इलीनियर हैं। यह भारतीय सेना में एक इर्जानियर अफसर के रूप में 28 वर्ष तक : कार्यरत रहे। इन्होंने भारतीय विद्या भवन से “ज्योतिष आचार्य” किया और उसके बाद लगभग एक दशक से भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद ( आइकास) से जुडे हैँ।
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