जन्म 1940 मे हरियाणा के जिला सोनिपत के एक गांव में एक कृषक परिवार मे हुआ। पंजाब विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक होने के पश्चात केंद्र द्वारा संचालित ‘राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर’, जो चीनी उद्योग व डिस्टिलरीयों से सम्बंधित सभी सेवाये, यथा प्रशिक्षण, सोध तथा तकनीकी दिशा- निदेश देने की एक मात्र संस्थाा है, से चीनी उत्पादन तक्नीक का प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चातउसी संस्थान मे चार साल सेवा की तथा 1967 मे उत्तम -सेवा पुरुष्कार भी मुझे मिला। उस के पश्चात निजी उद्योग, सहकारी उध्योग, व राज्य सरकार के उपक्रम मे चल रशी चीनी मिलों में मुख्य रसायंनज्ञ, रिसीवर, प्रधान प्रबंधक आदि के पदो पर कार्य किया। इस अवधि में कई मिलो का विस्तारिकरण / नवीनीकरण के अतिरिक्त तीन आधुनिक चीनी मिले का निर्माण व संचालन भी करवाया। कुछ दशक पूर्व तक हरियाणा मे जंन साधरण में प्रायः ज्योतिष में आस्था नहीं थी
और मुझे भी इस मे कोई रुची नही थी, किंतु 1968 मे कानपुर की उसी संस्थान मे एक सज्जन से परिक्य हुआ जो इंजीनियर थे तथा एक शोर्ट कोर्स करने उडीसा से आये थे। उन के ज्योतिष ज्ञान ने अवश्य ही मुझे कुछ प्रभावित किया और यह मात्र संयोग कहिये या फिर मेरे भाग्य में इस विषय का अध्ययन करना लिखा था कि लग्भग 18 वर्ष पश्चात 1984-85में, जब में जि. कानपुर मे एक नई चीनी मिल का निर्माण करवा रहा था तो वही सज्जन, उपकरणों की आपूर्ती व स्थापन करवाने वाली कम्पनी की ओर से मुख्य अभियंता नियुक्त हो कर वहां अगिये। उसी अवधि में उन से वार्ता करते करते मेरी ज्योतिष मे रूची गहराती गई तथा पूरे जीवन क्रम पर विचार करते करते यह विश्वाश हो गया कि वास्तव मे बहुत कुछ पूर्व निर्धारित है जो मेरे प्रयासो के बिना भी होता आया है। जैसा कि- बी.एस.सी पास करते ही स्थानीय कालेज द्वारा बुलवाकर नियुक्ति; एक वर्ष पश्चात ऊपरोक्त शर्करा संस्थान मे, बिना किसी चीनी मिल के कार्य अनुभव अथवा नामिनेशन के, जो उस में प्रवेश के लिये आवश्यक शर्तें थी, प्रवेश होना; तथा प्रशिक्षण स्माप्त होने पश्चात उसी संस्थान से मुझे आफर आगया, जब कि में ने कोई प्रयास नही किया था।
Reviews
There are no reviews yet.