Chinnamasta and Bhuvaneshwari Tantra Shastra
‘दशमहाविद्या तन्त्र ग्रंथ माला’ के अन्तर्गत प्रकाशित इस चौथी पुस्तक में चतुर्थी विद्या भगवती भुवनेश्वरी एवं पंचमी विद्या भगवती छिन्नमस्ता से सम्बन्धित मन्त्र, यंत्र, पूजा, जप एवं पुरश्चरण विधि तथा काम्य-प्रयोगों की शास्त्रीय विधियाँ संकलित की गई हैं।
उक्त दोनों महाविद्या में से संबंधित सभी साधनविधियों का विस्तृत वर्णन ऐसी सरल भाषा में किया गया है, जिससे सामान्य पाठकों को भी विषय-वस्तु के समझने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
उक्त दोनों महाविद्याओं से सम्बन्धित कवच, हृदय, स्तोत्र तथा सहस्रनाम आदि देकर ग्रंथ को अधिकाधिक उपयोगी बनाने की चेष्टा की गई है। अन्त में ‘मातृका भेद तन्त्र’ भी संकलित है।
आशा है, भगवती भुवनेश्वरी एवं छिन्नमस्ता के उपासक इस संकलन से लाभांवित होंगे।
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