आयु निर्णय ( शोध-सिद्धांत एवं प्रयोग ) – गिरीश चन्द्र जोशी & बिरेन्द्र नैटियाल प्रस्तुत पुस्तक के प्रत्येक उदाहरण में पाम विधि से आयु खंड के निर्धारण के उपरांत जैमिनी के अधिक प्रचलित कक्षा वृद्धि व् कक्षा हास के सिद्धान्तों का प्रयोग किया गया है तथा उसी उदहारण में पाम विधि से आयु खंड निर्धारण के उपरांत पाराशरी के प्रमुख कक्षा वृद्धि व् कक्षा हास के सिद्धान्तों का प्रयोग किया गया है ताकि पाठक दोनों विधियों का तुलनात्मक अध्यन व् विश्लेषण करते हुए स्वय निर्णय कर सके की उनहे किस विधि को अपनाना है।
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