प्राचीन भृगु संहिता महाशास्त्र: संस्कृत व हिन्दी व्याख्या-भाषा टीका सहित (Ancient Bhrigu Samhita Mahashastra – Sanskrit and Hindi Commentary, Set of 2 Volumes)
यह ग्रंथ भारतीय ज्योतिष परंपरा के अद्भुत और दुर्लभ ग्रंथ “भृगु संहिता” का एक विद्वत्तापूर्ण सम्पादित संस्करण है, जिसमें मूल संस्कृत श्लोक, विस्तृत हिन्दी व्याख्या और भाषा टीका सहित प्रस्तुत किया गया है। भृगु ऋषि द्वारा रचित यह संहिता भारत की प्राचीनतम और प्रभावशाली ज्योतिषीय रचनाओं में से एक मानी जाती है, जिसमें व्यक्ति की जन्मकुंडली के आधार पर भविष्यवाणी की विधियाँ, ग्रहों का प्रभाव, दोष-शांति उपाय, और जीवन के विविध पक्षों पर गूढ़ दृष्टिकोण उपलब्ध है।
इस ग्रंथ की विशेषताएँ:
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मूल संस्कृत पाठ के साथ प्रमाणिक हिन्दी व्याख्या, जिससे सामान्य पाठक और विद्यार्थी दोनों लाभान्वित हो सकें।
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भाषा टीका के माध्यम से श्लोकों के व्याकरणिक एवं भावार्थ संबंधी पहलुओं का सूक्ष्म विश्लेषण।
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प्राचीन पांडुलिपियों के आधार पर संकलित व संशोधित पाठ।
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जीवन के विविध पहलुओं जैसे स्वास्थ्य, विवाह, संतान, धन, मृत्यु, और भविष्यफल आदि पर आधारित गूढ़ ज्ञान।
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दो खंडों में संयोजित, सुंदर मुद्रण व पारंपरिक शैली में प्रस्तुत।
यह ग्रंथ न केवल ज्योतिष के छात्रों और शोधार्थियों के लिए अमूल्य है, बल्कि संस्कृत, दर्शन और भारतीय ज्ञान परंपरा में रुचि रखने वाले सभी पाठकों के लिए एक अमूल्य धरोहर है।
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