Durlabh Kundali Sangraha
प्रत्येक ग्रह को एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने के लिए, एक निश्चित समय लगता है-सूर्य को एक महीना, चन्द्र को सवा दो दिन, मंगल को डेढ़ महीना, बुध को एक महीना, गुरु को तेरह महीने, शुक्र को अठाईस दिन, शनि को तीस महीने, राहु को अठारह महीने, केतु को अठारह महीने। ऊपर लिखे नियम के विरुद्ध ग्रह नियमित समय से कम या अधिक समय तक प्रत्येक शि में रहते हैं- उन्हें स्तम्भी, वक्री और मार्गी आदि शब्दों से व्यक्त किया जाता है। ऊपर लिखे भ्रमण गतिकाल से अधिक समय तक जिस राशि में ग्रह स्थित हो, उसी राशि में वास करता हो तो उसे ‘स्तम्भी’ कहते हैं।
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