Manglik Dosh Karan Va Nivaran
मंगल को ग्रहो का सेनापति कहा गया है I यह पुरुषार्थ शक्ति का प्रतिक है I पुरुष का शुक्राणु एवं स्त्रियों का रज मंगल ग्रह के प्रभाव से बनता है I अत: संतान उत्पत्ति, दाम्पत्य सुख, परस्पर ग्रह -गुण- मिलाप में मंगल का प्रभाव सर्वोपरो है, अक्षुण्ण है I
मंगलीक दोष का होना सम्पूर्ण संसार में व्याप्त है I अत: इसके निवारण हेतु यह पुस्तक लिखी गई है, जो घट विवाह, अंकविवाह एवं तुलसी विवाह की सम्पूर्ण विधि सहित है I
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